Tuesday, September 16, 2008

मेरा हक़ तो नही ....!!


तुम छुपा लो कोई राज़

और मैं जानू...
ये मेरा हक़ तो नही है..!!
न जाने क्यों, फ़िर भी..
मैं ये हक़
समझ लेती हु..!!

आज जब तुम मेरे नहीं हो..
फ़िर भी, न जाने क्यों
आज मैं तुम्हें
अपना समझ लेती हु..!!

हां आज तुम्हें, मुझसे..
कुछ भी न चाहिए..
कि अब मैं तुम्हे..
परायी लगने लगी हु..!!

No comments: